Tuesday, December 4, 2012

अंजान द्वीप सा कुछ कुछ

अंजाने द्वीप जैसा लगता है खुद का साथ
कभी ना देखे गये दुर्लभ जीवों से आबाद यह टापू
सारे प्राकृतिक नियमों के परे है.
कभी ना देखी चित्र-विचित्र रंगो वाली रोशनी का नृत्य
और अंजान भाषा में गूंजने वाला संगीत
किसी रहस्यमयी अरबी कहानियों की याद दिलाता है.

डा. निलेश हेडा, ०५ दिसंबर २०१२. सुबह ९. कारंजा